केरल में कोरोना वायरस का तीसरा मामला सामने आने पर अब इसका खतरा चारों तरफ मंडराने लगा है. इस बीच पश्चिम बंगाल सरकार ने भी इस वायरस से प्रभावित 8 मरीजों की पहचान की है.
केंद्र सरकार के आयुष मंत्रालय ने भारत में कोरोना वायरस से बचाव के लिए एक एडवायजरी जारी की है. आयुष मंत्रालय ने कहा है कि समय रहते कोरोना का बचाव कर लेने पर इसके गंभीर परिणामों से बचा जा सकता है.
अगर किसी मरीज में कोरोना का संक्रमण कायम रहता है तो एक माह बाद आर्सेनिक एल्बम की खुराक को दोबारा लिया जा सकता है. इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी की रोकथाम के लिए भी आर्सेनिक की यह दवा ली जा सकती है.
आयुष मंत्रालय के मुताबिक, तुलसी, काली मिर्च और पिप्पली जैसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां भी लोगों को कोरोना वायरस से बचा सकती है.
आयुष मंत्रालय के मुताबिक कोरोना से होने वाले संक्रमण को बचाने वाली यूनानी दवाओं में शरबते उन्नाब, तिर्याक़े-अर्बा, तिर्याक़े नज़ला, ख़मीरा मार्वारिद जैसी दवा ली जा सकती है. मंत्रालय की एडवाइजरी में आम लोगों को साफ-सफाई से रहने की सलाह दी गयी है.
यूनानी डॉक्टरों ने कोरोना वायरस के बचाव के लिए सुपाच्य, हल्का एवं नरम आहार लेने की सलाह दी है.
केंद्र सरकार की इस एडवाइजरी को पढ़ने के लिए आप इस लिंक पर क्लिक कर सकते हैं: https://pib.gov.in/PressReleseDetailm.aspx?PRID=1600940
केंद्र सरकार के आयुष मंत्रालय ने कहा है कि लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए दवा की सलाह दी जा रही है, लेकिन इसे एक्सपर्ट डॉक्टर की सलाह के बाद ही लिया जाना चाहिए.
क्या हैं कोरोना से बचने के उपाय?
- आयुर्वेदिक: पिप्पली, काली मिर्च और सोंठ का 5 ग्राम पाउडर और तुलसी की 3-5 पत्तियों को 1 लीटर पानी में तब तक उबालें, जब तक पानी घटकर आधा लीटर न रह जाए. इसके बाद एक काढ़े को एक बोतल में भरकर रख लें. इसे धीरे-धीरे पीते रहें.
- शेषमणि वटी 500 मिलीग्राम रोजाना दिन में 2 बार लें.
- सुबह के समय तिल के तेल की दो बूंद नाक में डालें.
- डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी उपचार नहीं करें.
होम्योपैथी: आर्सेनिक एल्बम-30 होमियोपैथी दवा से कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा सकता है.
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अगर किसी मरीज में कोरोना का संक्रमण कायम रहता है तो एक माह बाद आर्सेनिक एल्बम की खुराक को दोबारा लिया जा सकता है. इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी की रोकथाम के लिए भी आर्सेनिक की यह दवा ली जा सकती है.
आयुष मंत्रालय के मुताबिक, तुलसी, काली मिर्च और पिप्पली जैसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां भी लोगों को कोरोना वायरस से बचा सकती है.
आयुष मंत्रालय के मुताबिक कोरोना से होने वाले संक्रमण को बचाने वाली यूनानी दवाओं में शरबते उन्नाब, तिर्याक़े-अर्बा, तिर्याक़े नज़ला, ख़मीरा मार्वारिद जैसी दवा ली जा सकती है. मंत्रालय की एडवाइजरी में आम लोगों को साफ-सफाई से रहने की सलाह दी गयी है.
यूनानी डॉक्टरों ने कोरोना वायरस के बचाव के लिए सुपाच्य, हल्का एवं नरम आहार लेने की सलाह दी है.
केंद्र सरकार की इस एडवाइजरी को पढ़ने के लिए आप इस लिंक पर क्लिक कर सकते हैं: https://pib.gov.in/PressReleseDetailm.aspx?PRID=1600940
केंद्र सरकार के आयुष मंत्रालय ने कहा है कि लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए दवा की सलाह दी जा रही है, लेकिन इसे एक्सपर्ट डॉक्टर की सलाह के बाद ही लिया जाना चाहिए.
क्या हैं कोरोना से बचने के उपाय?
- आयुर्वेदिक: पिप्पली, काली मिर्च और सोंठ का 5 ग्राम पाउडर और तुलसी की 3-5 पत्तियों को 1 लीटर पानी में तब तक उबालें, जब तक पानी घटकर आधा लीटर न रह जाए. इसके बाद एक काढ़े को एक बोतल में भरकर रख लें. इसे धीरे-धीरे पीते रहें.
- शेषमणि वटी 500 मिलीग्राम रोजाना दिन में 2 बार लें.
- सुबह के समय तिल के तेल की दो बूंद नाक में डालें.
- डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी उपचार नहीं करें.
होम्योपैथी: आर्सेनिक एल्बम-30 होमियोपैथी दवा से कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा सकता है.
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