दोस्तो, नेचर हमसे इशारे की ज़ुबान में बात करती है।
मिसाल के तौर पर नेचर यह कहना चाहती है कि अख़रोट दिमाग के लिए फायदेमंद है या ब्राह्मी दिमाग को पावर देती है तो वह अखरोट और ब्राह्मी की शेप इंसानी दिमाग़ जैसे बना देती है। जिसे देखकर इंसान यह अंदाज़ा लगाता है कि यह चीज़ इंसानी दिमाग़ जैसी दिखती है तो यह ज़रूर इंसान के दिमाग़ को पावर देती होगी और जब वह उसे यूज़ करता है तो उसके दिमाग को सचमुच पावर मिलती है और तब इस बात की तस्दीकध हो जाती है कि हां, यह चीज सचमुच को फ़ायदा देती है।
दोस्तो, जब मैं नोवेल कोरोनावायरस को देखता हूं तो वह मुझे काली मिर्च जैसा दिखाई देता है। मुझे ऐसा दिखाई देता है जैसे काली मिर्च के ऊपर छोटी छोटी सी लौंगें लगी हुई हों।
यह बात ध्यान में रखते हुए जब हम काली मिर्च और लौंग के फ़ायदे इंटरनेट पर पढ़ते हैं तो ये दोनों चीज़ें बुख़ार, खाँसी और साँस फूलना जैसे उन सब लक्षणों को दूर करती हैं जो नोवल कोरोनावायरस इंसान के शरीर में पैदा करता है। ये दोनों चीज़ें आपकी इम्यूनिटी भी बढ़ाती हैं। जिसकी आज हर इंसान को ज़रूरत है।
1) लौंग में उच्च मात्रा में मैग्नीशियम, विटामिन ई और विटामिन के पाया जाता है। इसमें सूजन दूर करने वाले और बैक्टीरियल इंफेक्शन से लड़ने वाले तत्व भी होते हैं। लौंग में ऐसे गुण भी होते हैं जो बुख़ार कम कर देते हैं और इम्यूनिटी स्तर बढ़ा देते हैं।
2) पाचन क्रिया आसान
दोपहर या और रात को खाना खाने से पहले एक कप लौंग की चाय पियें। ऐसा करने से आपका रक्त संचरण और सलाइवा बनना बढ़ जाएगा, जिससे कि खाना आसानी से पच जाएगा। इसके अलावा, लौंग से एसिडिटी की समस्या भी दूर हो जाती हैं और पेट दर्द कम हो जाता है।
3) आंतों के परजीवी नष्ट होते हैं
लौंग की चाय का इस्तेमाल पुराने ज़माने से आंतों के कीड़े यानी परजीवी मारने के के लिए किया जाता है। लौंग में मौजूद एंटी-इनफ्लेमेटरी तत्व आंतों के परजीवी साफ कर देते हैं, जिससे कि पेट में दर्द और अन्य समस्याओं से राहत मिलती है।
4) मलेरिया में कालीमिर्च के सेवन से बहुत लाभ होता है। दांतों के दर्द को यह पलक झपकते ही ठीक कर देती है। आँखों की रोशनी के लिए भी यह बहुत गुणकारी होती है। शरीर के किसी भाग में सूजन होने पर काली मिर्च को पीसकर लेप करने से सूजन जल्दी ही ठीक हो जाती है।
5) मजबूत इम्यून सिस्टम
इंफेक्शन व बैक्टीरियल बीमारियों से बचने के लिए इम्यून सिस्टम का मजबूत होना बहुत जरूरी है। गर्म पानी के साथ 1/4 चम्मच काली मिर्च पाउडर दिन में 2 बार लेने से इम्यून सिस्टम बूस्ट होता है।
6) खांसी से छुटकारा
अगर आपको बहुत ज्यादा खांसी हो रही हैं तो 2 काली मिर्च, मुलेठी का टुकड़ा और मिश्री मिलाकर खाली पेट या भोजन के बाद चूसें। इससे आपको खांसी से आराम मिलेगा।
7) तनाव को रखे दूर
काली मिर्च एक प्राकृतिक एंटी-डिप्रेशन है। अगर आप तनाव या अवसाद से ग्रस्त हैं तो नियिमत काली मिर्च का सेवन करें। इससे तनाव दूर होगा।
इससे यह बात साफ़ हो जाती है कि अगर आप काली मिर्च और लौंग की चाय या काढ़ा पीते हैं तो आपको ज़रूर फ़ायदा होगा।
काली मिर्च और लौंग की चाय बनाने का फ़ायदा
पाँच लौंग और सात काली मिर्च को थोड़ा सा कूटकर एक कप पानी में 10-20 मिनट के लिए भिगोकर छोड़ दें और फिर उसे हल्की आंच पर पकाएं। जब आधा कप पानी रह जाए तो इसे छानकर इसमें चार-छ: बूंद नींबू का रस और एक दो चम्मच असली शहद मिलाकर गर्म गर्म पिए। यह चाय इतनी गर्म पिएं, जिससे आपका मुंह न जले लेकिन आपके गले को और सीने को गर्मी मिले।
ज़्यादा फ़ायदे के लिए
आप इसमें तुलसी के पाँच पत्ते, आधा ग्राम अजवाइन और गिलोय 5-10 ग्राम भी मिलाकर पका सकते हैं। ये सब चीज़ें भी बुख़ार दूर करती हैं और शरीर में जीवनी शक्ति बढ़ाती हैं।
आप एक हरी इलायची डालेंगे तो ख़ुश्बू अच्छी आएगी और यह डिप्रेशन कम करेगी।
आप इसे शहद से मीठा न करें तो आप इसके साथ खजूर खाएं। इससे आपके अंदर नया और ताक़तवर ख़ून बनेगा। आपको विटामिन सी और ग्लूकोस ज़्यादा मिलेगा।
मधुमेह रोगियों को खजूर की उच्च फाइबर सामग्री से भी लाभ हो सकता है। मधुमेह रोगी भी दिन में 2-3 खजूर खा सकते हैं।
आप इस चाय को खाने से पहले और खाने के आधे घंटे बाद, जब चाहें पी सकते हैं।
जो लोग शहद न मिलाना चाहें, वे चीनी या मिश्री मिला सकते हैं। डायबिटीज़ के मरीज़ इसे बिना मीठा मिलाए पी सकते हैं।
स्पेशल नोट: आप उन सब हिदायतों पर ज़रूर अमल करें। जिन्हें भारत सरकार बार बार आपकी सुरक्षा के लिए बता रही है। आप घर में रहें और जब किसी ज़रूरत से परमिशन के साथ बाहर निकलना हो तो आप सोशल डिस्टेंस बनाकर रखें और हाथों को ज़रूरत के मुताबिक़ सैनिटाईज़ करते रहें।
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