Sunday, October 4, 2020

DR. ANWER JAMAL की दुनिया में आत्मनिर्भरता की पहली ओपन यूनिवर्सिटी में मुफ़्त एजुकेशन पाने के नियम

आपने मुझे फ़ेसबुक पर फ़्रेंड रिक्वेस्ट भेजी है। मैं इसके लिए आपका शुक्रगुज़ार हूँ लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूँ कि मेरा फ़ेसबुक अकाऊंट दूसरों से अलग है।

अब मैंने अपने फ़ेसबुक अकाउंट को 'दुनिया की पहली ओपन यूनिवर्सिटी बना दिया हूँ जिसमें मैं आत्म निर्भरता का सब्जेक्ट पढ़ाता हूँ।'

मैं आत्मनिर्भरता में ख़ास तौर से जायज़ तरीक़े से रोज़ी कमाना, सेहतमंद और ख़ुश रहना सिखाता हूँ। मेरे इस इस मिशन का नाम है #mission_mauj_ley

इसके वीडियोज़ यूट्यूब चैनल पर अवेलेबल हैं, जिसका नाम है:

ALLAHPATHY FOR WELLNESS WITH GRATITUDE

देश और दुनिया के बेरोज़गारों और ग़रीबों की मदद के लिए अब मैं सिर्फ़ स्टूडेंट्स को इस ओपन यूनिवर्सिटी में फ़्री एडमिशन देता हूँ। मैं अब लोगों को फ़ेसबुक पर दोस्त नहीं बनाता, अपना शागिर्द बनाता हूँ। सबको ज़रूरतमंदों की मदद में लगाता हूँ।

अगर आप मुझे अपना गुरू मानते हैं तो मैं आपकी फ़्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करूंगा वर्ना नहीं।

मुझे अपना गुरू मानने के बाद आपको मेरे नियम मानने होंगे।

  1. मेरी पोस्ट पर अपनी राय या सवाल ज़िम्मेदारी और तहज़ीब से करें। मुझे बेअदबी या रफ़ लैंग्वेज पसंद नहीं है।
  2. आप किसी कमेंट करने वाले से सवाल जवाब नहीं कर सकते। उनके सवाल या ऐतराज़ का जवाब सिर्फ़ मैं दूंगा।
  3. आप मेरी पोस्ट को अपनी वाल पर और ग्रुपों में शेयर करेंगे। अगर आपने ऐसा न किया तो मैं आपको अन्फ़्रेंड कर दूंगा।
  4. मुझे अपनी क्लास में सिर्फ़ ऐसे पॉज़िटिव और मददगार लोगों की ज़रूरत है जो हर धर्म के बेरोज़गारों और ग़रीबों की मदद कर सकें।
  5. मेरे दोस्तों की बहन-बेटियाँ और मेरी बहनें भी मेरी पोस्ट पढ़ती हैं। इस बात का ध्यान रखें।

अब आप जवाब दें कि क्या आप मेरा शागिर्द बनकर आत्मनिर्भरता का सब्जेक्ट पढ़ना चाहते हैं? 


#Allahpathy सिखाती है #संकल्प_से_सिद्धि

  IMRAN RAFIQ: आपने थोड़े से शब्दों में बहुत गहरी बात कह दी। लेकिन हमारे जैसे लोग आपके इतना समझाने पर भी कुछ ख़ास नहीं सीख पा रहे, फिर भी आपकी बातों को ध्यान से पढ़ते है और उससे बहुत थोड़ा ही सही लेकिन सीखने की कोशिश करते हैं। 🙏

DR. ANWER JAMAL: IMRAN RAFIQ भाई, जो लोग कुछ ख़ास न सीख पाएं और कुछ ख़ास न कर पाएं तब भी वे तीन बातें ज़रूर सीख लें:

1. अपने और दूसरों के अच्छे हाल की नीयत करें कि ऐ रब, आप अपनी ताक़त से, अपने हुक्म 'कुन' से हमारा हाल संवार दे और फिर ख़ुद को और सबको अपने दिल में उस हाल में तसव्वुर (imagine) करे, जो हाल मुराद है। यह तसव्वुर (imagination) एक वक़्त पर ख़ुद पूरा होकर जन्म लेगा, जैसे कि गर्भ में बच्चा पूरा होकर एक वक़्त बाद ख़ुद बाहर आता है।

इस तसव्वुर को हक़ीक़त बनने से कोई नहीं रोक सकता, अगर विश्वास है। हाँ, शक इसे रोक देगा।

2. ज़्यादा से ज़्यादा शुक्र करे। रोज़ हज़ार बार से ज़्यादा शुक्र के बोल बोले। हालात ख़ुद उस तरफ़ जाएंगे, जो आपकी नीयत है।

3. अपनी नीयत और अपने तसव्वुर में ख़ुद को ग़ालिब और अमीर (विजयी-प्रभावी और समृद्ध) फ़ील करें।

‌कहने का मतलब यह है कि हाथ पैर से जितना करते आ रहे हो, उतना करते रहो लेकिन अपने आपको अपने दिल में बदल लो। जब क़ुरआन में जन्नत की नेमतों का बयान पढ़ो तो ख़ुद को वहीं, जन्नत (बाग़) में फ़ील करो। इससे आपका माईंड रिलैक्स्ड होगा और फिर जिस बात को माईंड बार बार फ़ील करता है, वह उसे किसी वक़्त पर आपकी ज़िन्दगी का सच बनाता है।

अगर शक, मायूसी, जल्दबाज़ी और कोई #counterbelief न हुआ तो रब के क़ानूने क़ुदरत के तहत आपका #selfconcept

एक मुद्दत बाद

ख़ुद #manifest हो जाएगा।

इन् शा अल्लाह।

आपको नीयत, शुक्र और तसव्वुर में ग़लबे और अमीरी को महसूस करना मामूली लगता है लेकिन यह ज़िन्दगी पर ग़ैर मामूली असर डालता है। 

#Allahpathy सिखाती है #संकल्प_से_सिद्धि

यही है

#mission_mauj_ley